आज हम वीडियो कॉल में एक-दूसरे को देखते हुए बात कर कर सकते हैं। बड़ी से बड़ी इमेज, ऑडियो, वीडियो या फिर मल्टीमीडिया फाइल को महज कुछ सेकेंड में दुनिया में कहीं भी भेज सकते हैं। यदि सालों पहले ऐसी बातें करते तो महज एक कोरी कल्पना ही लगती, लेकिन आज इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी ने इसे हकीकत बना दिया और यह सब संभव हुआ है इंटरनेट की वजह से। आज हम इस आर्टिकल में आपको इंटरनेट क्या है के बारे में डिटेल में जानकारी दे रहे हैं।
इस लेख में:
इंटरनेट क्या है?
इंटरनेट एक पूरी दुनिया में फैला हुआ नेटवर्क है। यह दुनियाभर के छोटे और बड़े नेटवर्क का इंटरकनेक्ट है, जिससे वर्तमान में हम सभी जुड़े हुए हैं। सरल शब्दों में कहें, तो इंटरनेट एक ऐसा नेटवर्क है जिससे दुनिया के सभी कंप्यूटर और लैपटॉप जुड़े हुए हैं।
इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इंटरनेट ने एक क्रांति बनकर हमारी लाइफस्टाइल को पूरी तरह बदल दिया है। इसने हमारे संचार, व्यवसाय, सूचना प्राप्त करने के तरीके के साथ-साथ मनोरंजन के तरीकों को पूरी तरह बदल कर रख दिया है।
इंटरनेट कैसे काम करता है?
इंटरनेट किसी भी सूचना (डाटा) को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर करता है। क्या आपने कभी सोचा है कि आपके क्लिक करते ही चंद सेकेंड में वह जानकारी कैसे आपके कंप्यूटर स्क्रीन पर आ जाती है? कैसे डेटा एक देश से दूसरे देश में पलक झपकते ही ट्रांसफर हो जाता है।
जैसा हमने अब तक जाना कि इंटरनेट कई सारे नेटवर्क का समूह है। इस नेटवर्क में लाखों करोड़ों कम्प्यूटर आपस में ऑप्टिकल फाइबर केबल, फोन, मोबाइल, सेटेलाइट और वायरलेस माध्यम से जुड़े हुए हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल करने के लिए ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाडर) BSNL, Airtel, Jio से कनेक्शन लेना होता है।
इंटरनेट क्लाइंट सर्वर आर्कटेक्चर पर काम करता है। डाटा जहां सेव होता है वह सर्वर कहलाता है और जिसे डाटा की जरूरत होती है वह क्लाइंट कहलाता है। इंटरनेट को एक्सेस करने के लिए हमें एक खास सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है जो ब्राउजर कहलाता है।
ब्राउजर की मदद से ही क्लाइंट और सर्वर के बीच कम्युनिकेट (संचार) होता है। इस संचार प्रक्रिया में कुछ खास नियमों का पालन होता है जिसे TCP/IP कहते हैं। रिक्वेस्ट डाटा को छोटो छोटे पैकेट्स में सर्वर से क्लाइंट कंप्यूटर में ट्रांसफर करता है। IP क्लाइंट कंप्यूटर की लोकेशन को दर्शाता है और इस तरह डाटा सर्वर से क्लाइंट तक पहुंच जाता है। सर्वर से क्लाइंट तक डाटा किस स्पीड में पहुंचता है यह इंटरने की स्पीड पर निर्भर करता है।
उदाहरण : उदाहरण के लिए हम इंटरनेट पर कोई 91 मोबाइल्स का वीडियो देखना चाहते हैं, तो हमने ब्राउजर पर 91 मोबाइल वीडियो टाइप कर सर्च करेंगे। हमें सर्च रिजल्ट में 91 मोबाइल्स के वीडियो लिंक देखने को मिलेंगे। इनमें से किसी एक को सलेक्ट कर हम इंटरनेट पर वीडियो देख सकते हैं। वहीं एक जगह से दूसरे जगह मैसेज या डाटा ट्रांसफर का उदाहरण की बात करें, तो यह व्हाट्सएप है, जिसके जरिए आज लोग दुनिया के किसी भी कोने में मैसेज, फोटो, वीडियो, भेजने के साथ-साथ ऑडियो और वीडियो कॉल इंटरनेट की मदद से कर सकते हैं।
इंटरनेट से जुड़े सवाल-जवाब (FAQs)
इंटरनेट का आविष्कार किसने किया?
इंटरनेट का आविष्कार अमेरिकी वैज्ञानिक टिम बर्नर्स ली ने साल 1969 में किया था। इंटरनेट के आविष्कार में एक लंबा वक्त लगा था।
इंटरनेट पूरा नाम क्या है?
Internet का पूरा नाम – Inter Connected Network (इंटर कनेक्टेक्ट नेटवर्क) है।
इंटरनेट को हिंदी में क्या कहते हैं?
इंटरनेट को हिंदी में आमतौर पर इंटरनेट की कहा जाता है लेकिन इसका शाब्दिक अर्थ ‘अंतरजाल’ है।
भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई?
भारत में इंटरनेट की शुरुआत साल 1995 में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को हुई। सबसे पहले इंटरनेट विदेश संचार निगम लिमिटेट ने शुरू किया। प्राइवेट कंपनियों के लिए इंटरनेट 1998 में खोला गया।
ब्राउजर क्या है?
ब्राउजर एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है, जिसकी मदद से इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है। गूगल क्रोम पॉपुलर वेब ब्राउजर है।
यूआरएल क्या होता है?
यूआरएल का पूरा नाम यूनीक रिसोर्स लोकेटर है। जो इंटरनेट पर किसी वेबसाइट का पता होता है। यूआरएल को वेब एडरेस भी कहा जाता है।
डाउनलोडिंग और अपलोडिंग क्या है?
इंटरनेट की मदद से जब किसी वेबसाइट से कोई डाटा क्लाइंट के कंप्यूटर में ट्रांसफर होता है तो यह प्रक्रिया डाउनलोडिंग कहलाती है। इसके साथ ही जब क्लाइंट से कोई डाटा वेबसाइट के सर्वर में ट्रांसफर की जाती है तो यह प्रक्रिया अपलोडिंग कहलाती है।