क्या आप अब भी करते हैं Nokia से प्यार?

फ्रेडरिक इडेस्टैम ने 1871 में अपने दोस्त लियो मैकलीन (Leo Mechelin) के साथ मिलकर एक शेयर्ड कंपनी बनाई जिसे नोकिया एबी (Nokia Ab ) का नाम दिया गया है। यहीं से Nokia की नींव रखी गई।

150 साल पुराना इतिहास

1960 के दशक में कंपनी ने मिलिट्री और आम जनता के लिए मोबाइल रेडियो टेलीफ़ोन के निर्माण में कदम रखा और यहां से डिवाइस की शुरुआत होती है।

फिनलैंड में मंदी आने के बाद नेकिया ने अपने पेपर और जूते सहित दूसरे सभी बिज़नेस को बेच दिया और मुख्य रूप से मोबाइल बिज़नेस पर काम करने लगी।

1987 में कंपनी ने बेहद ही शानदार फोन मोबिरा सिटिमैन 900 को पेश किया और यह अपने समय का सुपरहिट मोबाइल साबित हुआ।

11992 तक नोकिया ने अपना सारा गैर मोबाइल कारोबार बेच कर नोकिया कम्यूनिकेशन की शुरुआत की। 1992 में कंपनी ने नोकिया नाम से पहला डिजिटल जीएसएम फोन Nokia 1011 लॉन्च किया। इस फोन को 10 नवंबर को लॉन्च किया गया था इसलिए मॉडल का नाम 1011 रखा गया।

1992 में ही एरियल के साथ आया Nokia 101, इसके बाद 1994 में Nokia 2110 आया जिसमें रिंगटोन दिया गया था। 1996 में आया Nokia 8110, 1997 में नए फीचर्स के साथ आया Nokia 6110 और बिना बाहरी एंटीना के Nokia 8810 खरीदारों के बीच 1998 में आया।

2002 में नोकिया का पहला 3जी फोन Nokia 6650 आया, 2002 में ही नोकिया ने अपना पहला रंगीन मोबाइल 7650 को लॉन्च किया। नोकिया ने अपना पहला वीडियो रिकॉर्ड में सक्षम मॉडल Nokia 3650 भी 2002 में ही पेश किया।

2003 में नोकिया ने वीडियो गेम वाला N-Gage निकाला जिसने मोबाइल यूजर्स को नए गेमिंग फीचर्स से रू-ब-रू कराया।

2003 में एक ऐसा भी फोन आया जो अब तक कहीं न कहीं देखा जाता है और सेल के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर डाले। जी हां! मैं Nokia 1100 की बात कर रहा हूं। विश्व भर में 250 मिलियन यूनिट सेल के साथ नोकिया 1100 ने रिकॉर्ड बना दिया था।

हालांकि वर्ष 2007 के बाद नोकिया के रुतबे में कमी आने लगी। स्मार्टफोन का बाजार बढ़ रहा था और इसके लिए Nokia सिंबिंयन ओएस यूज करता था। 2007 में एप्पल आईफोन 3जी लॉन्च किया गया और इसी साल एंड्रॉयड भी आ गया और नोकिया दूर होने लगा।

03 सितंबर, 2013 को माइक्रोसॉफ्ट ने नोकिया के अधिग्रहण की घोषणा कर दी और कंपनी का दुखद अंत हुआ। हालांकि अधिग्रहण के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने कुछ लुमिया और आशा फोन तो पेश किए लेकिन भारी नुकसान की वजह से कंपनी ने जल्द ही फोन का निर्माण बंद कर दिया।

माइक्रोसॉफ्ट ने 2016 में फीचर फोन निर्माण का अधिकार ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन (FOXCON) को दे दिया। वहीं दिसंबर 2015 के बाद माइक्रोसॉफ्ट से NOKIA ब्रांड का नाम फिर से नोकिया के पास चला गया था। कंपनी ने नोकिया ब्रांड का नाम दस सालों के लिए फ़िनलैंड की ही कंपनी ‘एचएमडी ग्लोबल ओवाई’ (HMD Global OY) को दे दिया।

अब फिनलैंड स्थित ह्यूमन मोबाइल डिवाइसेज ने अपने ब्रांड HMD के तहत नए स्मार्टफोन जारी करने का फैसला किया है, जिसका मतलब होगा कि अब कोई नोकिया फोन नहीं बनाएंगे।