PM Surya Ghar Yojana : पीएम सूर्य घर योजना पात्रता, ऑनलाइन आवेदन, सब्सिडी, लाभ की पूरी जानकारी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम सूर्य घरः मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Yojana) की शुरुआत की है। इस योजना के तहत अब तक 1 करोड़ से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। बता दें Free Bijli Yojana के तहत लोगों को हर महीने 300 यूनिट तक बिजली फ्री में मिलेगी। योजना का लाभ शुरुआत में एक करोड़ घरों को मिलेगा। इसमें सरकार लोगों के घरों पर सोलर पैनल इंस्टॉल करेगी। योजना के योग्य पात्र के लिए 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी की सुविधा भी है। अगर आप Free Bijli Yojana के लिए योग्य हैं, तो चलिए जानते हैं PM Surya Ghar Yojana के लिए कैसे आवेदन कर सकते हैं।

PM Surya Ghar Yojana 2024

स्कीम का नाम पीएम सूर्य घर योजना 2024
डिपार्टमेंट Ministry of New And Renewable Energy
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन
लाभ 300 यूनिट फ्री बिजली
आधिकारिक वेबसाइट https://pmsuryaghar.gov.in/

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना क्या है?

सरकार प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojana) एक करोड़ परिवारों को फ्री बिजली देने के लिए केंद्र सरकार की रूफ टॉप सोलर स्‍कीम है, जिसके तहत 300 यूनिट से कम बिजली का उपभोग करने वाले घरों पर रूफ टॉप सोलर सिस्‍टम लगाए जाएंगे। सरकार सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी दे रही है। यह सब्सिडी करीब 60 प्रतिशत तक है। हालांकि इसके बाद की राशि का वहन आपको खुद ही करना होगा। सूर्य घर योजना की वेबसाइट पर सब्सिडी स्ट्रक्चर भी दी गई है। आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, आपको प्रति किलोवाट 30 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं अगर आप 3 किलोवाट से ज्यादा का सोलर पैनल लगवाते हैं, तो 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी हासिल कर सकते हैं।

PM Surya Ghar Yojana कितनी मिलेगी सब्सिडी

औसत बिजली यूनिट की खपत रूफटॉप सोलर प्लांट कैपेसिटी कितनी मिलेगी सब्सिडी
0-150 यूनिट  1-2 kW 30-60 हजार रुपये तक
150-300 यूनिट  2-3kW 60-78 हजार रुपये तक
>300 यूनिट 3kW से अधिक 78 हजार रुपये तक

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के लिए कैसे apply करें

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://pmsuryaghar.gov.in/ पर विजिट करना होग। अप्लाई करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो कर सकते हैंः

स्टेप-1: सबसे पहले पीएम सूर्य घर योजनाके लिए https://pmsuryaghar.gov.in/ पर विजिट करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा।



स्टेप-2:
रजिस्ट्रेशन करने के लिए अपना स्टेट सलेक्ट करें, फिर इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी को चुनना होगा। फिर आपको अपना इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी दर्ज करना होगा।

स्टेप-3: रजिस्ट्रेशन करने के बाद आपको लॉगइन वाले ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, कैप्चा की मदद से लॉगइन कर लें।



स्टेप-4:
Rooftop Solar के लिए अप्लाई फॉर्म के हिसाब से करें। जब आपको feasibility approval मिल जाती है, तो फिर प्लांट को आपके DISCOM में रजिस्टर्ड वेंडर द्वारा इंस्टॉल किया जाएगा।
स्टेप-5: इंस्ट्रॉलेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्लांट डिटेल सब्मिट करें। फिर आपको नेट मीटर के लिए अप्लाई करना होगा।
स्टेप-6: फिर नेट मीटर इंस्टॉलेशन और DISCOM द्वारा इंस्पेक्शन के बाद पोर्टल से Commissioning certificate जेनरेट किया जाएगा।
स्टेप-7: एक बार जब आपको commissioning report मिल जाता है, तो फिर बैंक अकाउंट डिटेल, कैंसिल चेक पोर्टल के जरिए सब्मिट करें। फिर सब्सिडी 30 वर्किंग डे में आपके अकाउंट में आ जाएगी। सब्सिडी से संबंधित अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का लाभ

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना किसके लिए है?

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो फिर निम्न मानदंडों को पूरी करना होगाः

पीएम सूर्य घर योजना के लिए जरूरी documents

PM Surya Ghar Yojana के लिए रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं, तो फिर आपको निम्न डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगीः

rooftop solar के लिए लोन देने वाले बैंकों की लिस्ट

सवाल-जवाब (FAQs)

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना क्या है?

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना सरकार की एक नई योजना है, जिसके तहत पात्र लोगों को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करने की है।

क्या मुझे छत पर लगे सौर पैनल से पूरे वर्ष स्थिर/समान ऊर्जा मिलेगी?

नहीं, आरटीएस से दैनिक ऊर्जा उत्पादन अन्य मापदंडों के बीच तापमान और सौर विकिरण पर निर्भर होगा और ये हर दिन समान नहीं हो सकते हैं।

नेट-मीटरिंग क्या है?

सभी सौर पीवी सिस्टम केवल दिन के समय ही बिजली उत्पन्न करती हैं, जब सूर्य उपलब्ध होता है। नेट मीटर्ड सिस्टम में उत्पन्न बिजली का उपयोग खुद के कार्यों के लिए किया जाता है। अगर ग्रिड उपलब्ध है, तो अतिरिक्त बिजली ग्रिड को निर्यात की जाती है। ऐसे मामले में जहां बादल आदि के कारण सौर ऊर्जा पर्याप्त नहीं है, लोड को बिजली देने के लिए ग्रिड से बिजली ली जाती है।

ग्रोस मीटरिंग क्या है?

ग्रोस मीटरिंग में रूफटॉप सोलर प्लांट से उत्पन्न बिजली केवल ग्रिड को दी जाती है। ऐसी निर्यातित बिजली के लिए सिस्टम मालिक को डिस्कॉम द्वारा पूर्व-निर्धारित टैरिफ पर भुगतान मिलता है।

क्या आवासीय यूजर्स को आवासीय क्षेत्र की सब्सिडी वाली परियोजनाओं के लिए सिस्टम की पूरी लागत का भुगतान करना होगा?

नहीं, उपभोक्ता को DISCOMs द्वारा खोजी गई L1 परियोजना लागत से सब्सिडी (योग्य CFA) काटने के बाद शेष राशि का भुगतान करना होगा।

सरकार ने देश में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने के लिए क्या लक्ष्य रखे हैं?

सरकार ने 2026 तक 40,000 मेगावाट रूफटॉप सोलर (आरटीएस) बिजली स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।

1 kWp rooftop Solar PV सिस्टम के लिए कितने एरिया की जरूरत होती है?

आमतौर पर 1 kW rooftop सिस्टम के लिए 10 sq. मीटर जगह की जरूरत पड़ती है। ध्यान रखना होगा कि उस जगह पर छाया न हो।

Rooftop solar (RTS) सिस्टम के लिए किस तरह की छत बेहतर होती है?

छत पर Rooftop solar PV सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए जरूरी है कि छत की भार सहने की क्षमता पर्याप्त हो। अगर छत भार सहने में सक्षम है, तो फिर सोलर पैनल को किसी भी तरह की छत पर इंस्टॉल किया जा सकता है।

1 kWp सोलर पावर प्लांट प्रति दिन कितना एनर्जी जेनरेट करता है?

अगर सूर्य की पर्याप्त रोशनी हो, तो फिर 1 kWp सोलर पावर प्लांट 4 से 5.5 units प्रति दिन जेनरेट करता है।