Reliance Jio, Airtel और Vodafone Idea ने जब से अपने mobile Recharge plan महंगे किए हैं, तब से ही भारतीय मोबाइल यूजर कुछ गुस्सा तो कुछ परेशान नज़र आ रह हैं। समान सर्विस के लिए अब उन्हें पहले से कहीं अधिक पैसे चुकाने पड़ रहे हैं और मजबूरी ऐसी है कि जेब पर पड़े इस अतिरिक्त बोझ को नजरअंदाज भी नहीं कर पा रहे हैं। महंगे प्लान्स खरीदने को मजबूर ये मोबाइल उपभोक्ता अब टेलीकॉम कंपनियों की मनमानी पर भी सवाल उठाने लगे हैं। रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडफोन आइडिया के प्लान्स यूज करने के लिए अधिक रकम चुकाने वाले इंडियन स्मार्टफोन यूजर्स की डिमांड है कि उन्हें इनकमिंग कॉल फ्री दी जाए।
इस लेख में:
मोबाइल यूजर्स की डिमांड
भारतीय मोबाइल उपभोक्ताओं की मांग है कि रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया इन तीनों ही कंपनियों को एक ओर जहां 28 दिन की बजाय अपना प्लान 30 दिन का करना चाहिए वहीं साथ ही इनकमिंग कॉल भी पूरी तरह से फ्री कर देनी चाहिए। यूजर्स की शिकायत है कि वह लोग अपना मोबाइल नंबर तो एक्टिव रखना चाहते हैं लेकिन उसमें बार-बार रिचार्ज करवाना नहीं चाहते हैं। देश के गांवों में बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं जो फीचर फोन रखते हैं तथा अपने फोन का यूज़ सिर्फ कॉल रिसीव करने के लिए करते हैं।
ऐसे उपभोक्ताओं को मोबाइल सर्विस यूज़ करने के लिए हर बार वैलिडिटी रिचार्ज करावाना पड़ता है जो उनकी जेब पर भारी पड़ता है। कम आय वाले गरीब भाई और ऐसे बूढ़े बुजुर्ग लोग जिन्हें परिवार वाले आपात स्थिति में काम आने के लिए मोबाइल फोन देते हैं, उन्हें मजबूरन अपना नंबर चालू रखने के लिए हर बार रिचार्ज करवाना पड़ता है। भारतीय मोबाइल उपभोक्ताओं ने आवाज उठाई है कि Jio, Airtel और Vi अगर डाटा और कॉलिंग का पैसा लेते हैं तो ठीक है लेकिन नंबर एक्टिव रखने के लिए भी वैलिडिटी रिचार्ज इन कंपनियों को बंद कर देना चाहिए। यह भी पढ़ें : BSNL की बल्ले! सरकार ने किया 44,720 करोड़ रुपये की मदद का ऐलान
TRAI से उम्मीद
टेलीकॉम कंपनियों की मनमानी के खिलाफ कोई एक्शन लिया जाए, इसकी उम्मीद मोबाइल यूजर्स भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India) से लगाए बैठे हैं। हाल ही में ट्राई ने 28 दिन की वैधता वाले प्लान्स को 30 का करने के लिए सुझाव दिया था। वहीं अब मोबाइल उपभोक्ता चाहते हैं कि यह रेग्यूलेटरी अथॉरिटी मोबाइल कंपनियों द्वारा वसूले जा रहे वैलिडिटी प्लान के लिए भी कोई संज्ञान ले तथा इनकमिंग कॉल को लाईफटाईम मुफ्त करवा दे।
28 दिन का महीना मतलब करोड़ों का व्यापार
Jio, Airtel और Vi तीनों की टेलीकॉम कंपनियां 28 दिन का मासिक प्लान बेच रही है। इन एक महीना वाले मोबाइल प्लान्स में 30 या 31 नहीं बल्कि सिर्फ 28 दिनों की वैलिडिटी मिलती है। यानी एक माह में 2-3 दिन कम। अब अगर साल के 365 दिन के हिसाब से देखें तो एक वर्ष में 12 महीने होते हैं लेकिन टेलीकॉम कंपनियों द्वारा बनाए गए 28 दिन के हिसाब से उपभोक्ताओं को 13 महीने का रिचार्ज कराना पड़ता है। यानि हर महीना चुनिंदा दिन बचाकर ये कंपनियां अपने ग्राहकों को एक साल में 13 महीने के हिसाब से पैसा वसूल रही है।
टेलीकॉम कंपनियां भर रही खजाना
बीते दिनों रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आईडिया द्वारा बढ़ाए गए मोबाइल रिचार्ज प्लान्स ने भी आम आदमी को महंगाई की करारी मार दी है। आने वाले महीनों में ये कंपनियां 5G spectrum खरीदने वाली है और इस बार देश में ट्राई ने 3.5 गीगाहर्ट्ज़ बैंड वाले 5G spectrum की न्यूनतम कीमत 492 करोड़ रुपये प्रति मेगाहर्ट्ज़ रखने की सिफारिश की है। यह कीमत अन्य देशों से बहुत ज्यादा है और इंडिया में मौजूद टेलीकॉम कंपनियों को इसे खरीदने के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ेगी। चर्चा है कि इन्हीं स्पेक्ट्रम को खरीदने तथा देश में अपने 5जी नेटवर्क को फैलाने के लिए ये कंपनियां पैसा जोड़ रही है और इसीलिए मोबाइल रिचार्ज महंगे किए गए हैं।
मोबाइल recharge 10 20 50 ka bi होना चाहिए गरीब आदमी बी rhta h india mai
Lakin campanyoo ki kammay ho rhi h
Goparam
Kishanpal