आप किसी भी गांव, कस्बे या शहर में रहते हों, घर की छत पर चढ़कर चारों और नज़र दौड़ाएंगे तो कोई न कोई Mobile Tower जरूर नज़र आ जाएगा। आज के समय में जब हर व्यक्ति के पास Mobile Phone मौजूद है तो ऐसे में यूजर्स को बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी देने के लिए इन मोबाइल टावर को लगाना भी जरूरी है। लेकिन अक्सर इन मोबाइल टॉवर्स की वजह से स्थानिय नागरिकों को मोबाइल कंपनियों के बीच भी विवाद होता रहता है। स्वास्थ्य और खतरनाक रेडिएशन्स के डर से लोग अपने गली-मोहले में मोबाइल टावर नहीं लगवाना चाहते हैं। यदि आपके आस-पास भी कोई मोबाइल टॉवर लगा हुए है और आप जानना चाहते हैं कि उस टॉवर के कितनी मात्रा में Radiation निकल रही है तथा क्या है वह आपकी हेल्थ के लिए हानिकारक है, तो आगे बताए स्टेप्स पढ़कर आप आराम से Mobile Tower electro magnetic emissions को चेक कर पाएंगे।
इस लेख में:
ऐसे चेक करें अपने एरिया के Mobile Tower की रेडिएशन
1. सबसे पहले भारत सरकार द्वारा जारी तरंग संचार की वेबसाइट पर जाएं। इसके लिए यहां क्लिक कर सकते हैं।
2. यहां होम पेज पर ही मौजूद Locate Telecom Lower in your Area के ऑप्शन पर क्लिक करें।
3. यहां आपको अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप के जरिये इस वेबसाइट को लोकेशन का एक्सेस देना होगा।
4. जानकारी पूछने के लिए आपको अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर जैसी डिटेल्स डालनी होगी जिसके बाद मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा।
5. ओटीपी दर्ज करवाते ही इंडिया का मैप सामने आ जाएगा, जिसे आप ज़ूम करके किसी भी निर्धारित लोकेशन पर पहुॅंच सकते हैं।
हर टॉवर की अलग पहचान
तरंग संचार वेबसाइट पर अलग-अलग जगह पर लगाए गए मोबाइल टॉवर को अलग-अलग रंग से दिखाया गया है। मैप पर ये टॉवर Green, Blue और Pink कलर में दर्शित हैं। यहां ग्रीन यानी हरे रंग के टॉवर का मतलब है ऐसे मोबाइल टॉवर जो जमीन पर लगे हैं, इन्हें ग्राउंड बेस्ड टॉवर भी कहा जाता है। इसी तरह नीले रंग के टॉवर वो हैं जो किसी घर की छत पर लगाए गए हैं। वहीं दीवारों पर फिट किए गए मोबाइल टॉवर्स को यहां गुलाबी रंग में अंकित किया गया है।
किस हद तक रेडिएशन है सही
तरंग संचार पर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तंरगों के नियमों की जानकारी भी दी गई है जिसे EMF Overview सेग्मेंट में जाकर चेक किया जा सकता है। दूरसंचार विभाग के हिसाब के किस टॉवर का कितना एमिशन यानी उत्सर्जन होना चाहिए ये सभी डिटेल्स यहां मौजूद है। अपने नजदीकी टॉवर से जुड़ी कुछ अतिरिक्त जानकारी चाहिए तो उसके लिए तरंग संचार पर अपनी ईमेल आईडी को रजिस्टर करके अन्य डिटेल भी मांगी जा सकती है। गौरतलब है कि एक व्यक्ति एक दिन में अधिकतम 10 मोबाइल टॉवर्स की डिटेल चेक कर सकता है। हालांकि हम यहां यह भी जरूर बताना चाहते हैं कि तरंग संचार की वेबसाइट बेहद ज्यादा धीमी है और एक टॉवर की डिटेल तक पहुॅंचने में हमें 5 से 6 दिन तक का समय लगा है।