5G तकनीक ने साल 2021 में बेहद तेजी से विस्तार किया है। पूरी दुनिया समेत भारत में भी 5जी नेटवर्क का बोलबाला है। यहां के बाजार में 5जी इनेबल स्मार्टफोन आना शुरू हो गए हैं और अब बस इंतजार है कि कब देश में 5G नेटवर्क सर्विस शुरू होती है। इंडिया में 5जी नेटवर्क के आने में कुछ महीने और लग सकते हैं लेकिन पड़ोसी राष्ट्र 5G के क्षेत्र में कुछ ऐसा काम कर गया है जो भारत के लिए चुनौती बढ़ाने वाला है। चीन ने भारतीय सीमा के करीब नया 5G सिग्नल स्टोशन बनाया है जो इंडिया पर सीधा असर डालने वाला है।
भारत-चीन के बीच सीमा विवाद काफी समय से चल रहा है और बीच बीच में हिंसक झड़प के भी कई मामले सामने आते रहते हैं। दोनों देश बॉर्डर पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में भारत से आगे निकलते हुए चीन ने सीमा के करीब ही नया 5जी नेटवर्क बेस भी शुरू कर दिया है। इंडिया के लिहाज से यह खबर इसलिए भी अहम है क्योंकि यह नेटवर्क बेस तिब्बत के गनबाला रडार स्टेशन पर बनाया गया है जो भारत और भूटान सीमा से सटा हुआ है।
क्यों खास है चीनी 5G स्टेशन
चीन द्वारा शुरू किया गया यह 5G सिग्नल स्टेशन इंडियन बॉर्डर के करीब होने की वजह से तो अहम है ही वहीं इस स्टेशन की सबसे बड़ी खासियत है कि इस टॉवर की ऊंचाई समुंद्र तल से 5,374 मीटर ऊपर है। इससे पहले कोई भी नेटवर्क सिग्नल इतनी ऊंचाई पर नहीं बना है लिहाजा यह दुनिया का सबसे ज्यादा ऊंचाई पर बना रडार स्टेशन है। रोचक बात यह भी है कि यह स्टेशन मैनुअल वर्क करता है यानि इस स्टेशन पर मौजूद लोग इसे ऑपरेट करेंगे।
इंडिया के लिए चुनौती
इंडियन बॉर्डर के पास बने इस 5जी सिग्नल स्टेशन से चीन की आर्मी को बिना रूकावट के नेटवर्क सर्विस मिलेगी, जिसके चलते चीनी सैनिक न्यूज़ व ईवेंट्स से हर वक्त अपडेट रह सकेंगे तथा सीमावर्ती ईलाके में भी रिसर्च व ट्रेनिंग को बेहतर बनाया जा सकेगा। भारत के लिए पहली चुनौती तो यही है कि हमें अपने सैनिकों के लिए भी इंटरनेट कनेक्टिविटी बेहतर बनानी होगी। वहीं दूसरी ओर 5G क्षेत्र में चीन की ग्रोथ के आगे भारत की स्पीड बेहद ही ज्यादा कम है और दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल बाजार होने के चलते नेटवर्क व इंटरनेट सर्विसेज को जल्द से जल्द स्थापित करना होगा। यह भी पढ़ें : Stock Market में पैसा लगाने वाले हो जाएं सावधान! भूलकर भी न करें ये काम
Jio 5G
कुछ समय पहले रिलायंस जियो ने अमरीकी टेक फर्म क्वालकॉम के साथ मिलकर सैन डियागो में अपनी 5जी टेक्नोलॉजी का सफल परीक्षण किया है। इस टेस्टिंग के बाद भारत उन एलिट देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है जो अपने यूजर्स को 1Gbps की स्पीड उपलब्ध करवा सकता है। वर्तमान में अमेरिका, साउथ कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, स्विटजरलैंड और जर्मनी ऐसे देश हैं जो अपने 5जी कस्टमर्स को 1 जीबीपीएस की स्पीड दे रहे हैं। उम्मीद है कि साल की दूसरी तिमाही में भारत में 5G की शुरूआत हो सकती है।