5G Spectrum Auction देश में पूरा हो चुका है और सभी प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटर्स अपने-अपने हिस्से के स्पेक्ट्रम हासिल कर चुके हैं। 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में Jio , Airtel और Vi पर तो सबकी नज़र थी ही लेकिन इनके अलावा जिस नाम की बड़ी चर्चा रही वह है Adani Group. अडानी ग्रुप के Adani Data Networks ने इस बार 5जी स्पेक्ट्रम ऑक्शन में हिस्सा लेते हुए सबको चौंका दिया है। हालांकि यह कंपनी पहले से ही कह रही है कि वह रिलायंस जिओ, एयरटेल और वीआई की राह में नहीं आएगी और मोबाइल यूजर्स से डायरेक्ट डील नहीं करेगी, लेकिन फिर भी बाजार में हलचल है कि Adani के आने से Ambani को जरूर फर्क पड़ने वाला है। आगे हमने अडाणी डाटा नेटवर्क के प्लान को समझते हुए जानने की कोशिश की है कि वह अंबानी और रिलायंस जिओ पर कितना असर डाल सकती है।
इस लेख में:
अडानी का 5जी प्लान
5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में अडानी डाटा नेटवर्क ने कुल 400 MHz Spectrum का अधिग्रहण किया है। ये 26GHz band हैं जिनके लिए अडाणी समूह 212 करोड़ रुपये की रकम चुकाएगा। यहां गौर करने वाली बात है कि ये सभी High-band spectrum हैं तथा Adani Data Networks ने Low-band या Mid-band में कोई खास रूचि नहीं दिखाई है।
यहां आपके लिए यह जानना जरूरी है कि हम लो, मिड या हाई बैंड्स की बात क्यों कर रहे हैं। दरअसल आपके और मेरे जैसे लोग जो अपने स्मार्टफोंस में इंटरनेट चलाते हैं और तथा कॉलिंग इत्यादि का यूज़ करते हैं। ये मोबाइल फोन अधिकतर मिड बैंड फ्रीक्वेंसी और लो बैंड फ्रीक्वेंसी पर ही काम करते हैं।
mid-band spectrum सबसे ज्यादा कन्ज्यूमर सर्विस के लिए यूज़ किया जाता है। शहरों व कस्बो में अच्छा सिग्नल और कवरेज देने के लिए इन्हीं मिड बैंड्स का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अडानी ने मिडबैंड को न खरीदते हुए इस बात की ओर इशारा कर दिया है कि वह अपना मोबाइल नेटवर्क लाने के मूड में नहीं हैं।
जियो का 5जी प्लान
अडाणी के बाद अब अंबानी की बात करें तो इन्होंने नीलामी में सबसे ज्यादा 5जी स्पेक्ट्रम प्राप्त किए हैं। रिलायंस जियो ने 88,078 करोड़ रुपये की भारी कीमत वाले 24,740 MHz 5G spectrum का अधिग्रहण किया है।
Jio द्वारा प्राप्त किए गए 5G Bands में अडानी वाला 26 GHz High frequency band तो है ही वहीं साथ ही इस कंपनी ने सबसे स्ट्रॉन्ग व लंबी रेंज देने वाले 700 MHz 5G Band भी हासिल किए हैं। यहां बता दें कि 700 मेगाहर्ट्ज बैंड 5जी सर्विस के लिए अभी सबसे बेस्ट बताए जा रहे हैं।
Ambani vs Adani
उपर बताए गए प्वाइंट्स पढ़कर आपको समझ आ ही गया होगा कि 5G Service को लेकर फिलहाल तो Adani vs Ambani जैसा मार्केट में कोई कंप्टीशन नही है। अडानी डाटा नेटवर्क जहां इंटीट्यूशनल 5जी सर्विस प्रदान करेगा वहीं रिलायंस जिओ सेलुलर 5जी सर्विस में आगे बढ़ेगा। लिहाजा अडानी ग्रुप के 5जी सेक्टर में आने से अंबानी के जियो को कोई खतरा नज़र नहीं आता है।
हॉं, अगर आने वाले सालों में Adani Data Networks अपनी योजनाओं में कुछ बदलाव करता है या किसी टेलीकॉम ऑपरेटर के साथ सांठ-गांठ बैठाता है तो Jio के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। परंतु फिलहाल ऐसे आसार इंडिया के 5जी बाजार में नहीं नज़र आते हैं।