5G in India : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने TRAI (दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) के रजत जयंती समारोह के दौरान देश का पहला 5G टेस्ट बेड लांच कर दिया है। इस 5G टेस्ट बेड की मदद से कंपनियां अपने प्रोडक्ट देश में ही टेस्ट और वैलिडेट कर पाएंगे। इससे कंपनियों की विदेशों पर निर्भरता कम होगी। अब तक 5G टेस्टबेड के अभाव में कंपनियों को 5G नेटवर्क में अपने प्रोडक्ट की जांच के लिए विदेशों का रुख़ करना पड़ता था। बताया जा रहा है कि टेस्टबेड को सेट करने में क़रीब 220 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है।
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5G in India
ट्राई की रजत जयंती कार्यक्रम के दौरान इस 5G टेस्टबेड को लॉन्च करते हुए प्राधामंत्री नरेंद्र मोदी का कहना था कि 5G टेस्टबेड की स्थापना आधुनिक टेक्नोलॉजी में देश की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूण कदम है। पीएम मोदी ने इस दौरान बताया कि, “मैं युवा मित्रों, शोधकर्ताओं और कंपनियों को 5जी टेक्नोलॉजी को तैयार करने के लिए टेस्टिंग फसिलिटी का इस्तेमाल करने के लिए आमंत्रित करता हूं।”
…5G to contribute $450 bn to our economy. This will not only accelerate internet speed but also development. By the end of this decade, we should be able to launch 6G services, and our task force has started working on it: PM Modi at TRAI’s silver jubilee celebrations pic.twitter.com/B8tVDSZgla
— ANI (@ANI) May 17, 2022
इन इन्स्टटूट्स ने तैयार किया 5G Testbed
5G टेस्टबेड को IIT मद्रास के नेतृत्व में आठ इन्स्टटूट्स ने मिल कर तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को जिन इन्स्टटूट्स ने मिल कर तैयार किया है उनमें IIT दिल्ली, IIT हैदराबाद, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IISc बैंग्लुरू, सोसाइटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (SAMEER) और सेंटर ऑफ एक्सिलेंस इन वायरलेस टेक्नोलॉजी (CEWiT) शामिल हैं।यह भी पढ़ें : 18 मई को भारत में धूम मचाने आ रहा Realme Narzo 50 Pro 5G, मिलेगा 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी और फ़ास्ट चार्ज का मज़ा
5G से मिलेगी अर्थव्यवस्था को रफ्तार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि अनुमान है कि अगले डेढ़ दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था में 5G टेक्नोलॉजी का योगदान क़रीब 450 बिलियन डॉलर का रहेगा। यानी 5G सिर्फ़ इंटरनेट ही नहीं बल्कि रोज़गार और डेवलपमेंट की भी रफ़्तार को बढ़ाने वाला है। देश में 5G की सेवाएं जल्द से जल्द रोलआउट हो इसे लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है।
इसके साथ ही पीएम मोदी कहा कि इस दशक के अंत तक देशवासियों को 6G की सेवाएं मिले इसके लिए एक टास्क फ़ोर्स ने काम करना भी शुरू कर दिया है। यह भी पढ़ें : LG ने पेश किया 360 डिग्री फोल्डेबल डिस्प्ले, पूरी तरह बदल जाएगा फोल्डेबल स्मार्टफोन का मार्केट